स्टूडेण्ड के दिल से निकला दर्द का गाना
काली काली खाली रातोँ से होने लगी है
दोस्ती
खोया खोया इन किताबोँ मेँ
आता मुझे कुछ भी नहीँ
हर प्रोबलम ,हर काँनसैप्ट मै कैसे सहताहूँ
हर पल हर लम्हा मै खुद से ये कहता रहता हूँ
तुझे भुला दिया ओ तुझे भुला दिया
फिर क्यो तेरे सिलेबस ने मुझे रुला दिया..
मुझे रुला दिया ओ...
काली काली खाली रातोँ से होने लगी है
दोस्ती
खोया खोया इन किताबोँ मेँ
आता मुझे कुछ भी नहीँ
हर प्रोबलम ,हर काँनसैप्ट मै कैसे सहताहूँ
हर पल हर लम्हा मै खुद से ये कहता रहता हूँ
तुझे भुला दिया ओ तुझे भुला दिया
फिर क्यो तेरे सिलेबस ने मुझे रुला दिया..
मुझे रुला दिया ओ...
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